सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
It is actually thought that typical chanting of Chalisa brings joy, peace, and prosperity while in the lives of your devotees.
किसी भी वजह से मन में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
O Lord, the beloved daughter of Maina on your own still left adds for your splendid visual appeal. O Wearer in the lion's skin, the trishul inside your hand more info destroys all enemies.
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥